Sangeeta Soren, 20, represented India at U17 and U18 level in international competitions. She has been working at a brick kiln to help her family make ends meet. Sangeeta trains in the morning before joining her mother at work later in the day.Sangeeta Soren was promised help by Chief Minister Hemant Soren last year after a video of her seeking help during the lockdown was widely shared on social media. After waiting for help from the government without any success, Sangeeta has taken to brick kilning to help support her family.
भारत में खेलों के प्रति सरकार का क्या रवैया रहता है इसकी गाहे बगाहे कोई न कोई दर्दनाक कहानी सामने आ ही जाती है, ऐसा नहीं है की सरकार इसके प्रति बिलकुल लापरवाह है लेकिन फिर तमाम सरकारी वादों के बाद भी आज भी कई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम उंचा करने वाले खिलाड़ी दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करते नजर आते हैं, इस वीडियो में हम आपको ऐसी ही लड़की की कहानी बताने जा रहे है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल में भारत का प्रतिनिधित्व किया लेकिन आज ईट-भट्टा में काम करने को मजबूर हैं।
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